जिस दिन हमारी मौत होती है, हमारा पैसा बैंक में ही रहा जाता है। जब हम जिंदा होते हैं तो हमें लगता है कि हमारे पास खर्च करने को पर्याप्त धन नहीं है। जब हम चले जाते हैं तब भी बहुत सा धन बिना खर्च हुए बच जाता है। अच्छे व स्वस्थ शरीर के लिये प्रयास करिए। मँहगे फ़ोन के 70% फंक्शन अनुपयोगी रहते है। मँहगी कार की 70% गति का उपयोग नहीं हो पाता। आलीशान मकानो का 70% हिस्सा खाली रहता है। पूरी अलमारी के 70% कपड़े पड़े रहते हैं। पूरी जिंदगी की कमाई का 70% दूसरो के उपयोग के लिए छूट जाता है। 70% गुणो का उपयोग नहीं हो पाता तो 30% का पूर्ण उपयोग कैसे हो । स्वस्थ होने पर भी निरंतर चैक अप कराएँ। प्यासे न होने पर भी अधिक पानी पिएँ। जब भी संभव हो, अपना अहं त्यागें । शक्तिशाली होने पर भी सरल रहेँ। धनी न होने पर भी परिपूर्ण रहें। बेहतर जीवन जिएँ।
काबू में रखें - प्रार्थना के वक़्त अपने दिल को, काबू में रखें - खाना खाते समय पेट को, काबू में रखें - किसी के घर जाएं तो आँखों को, काबू में रखें - महफ़िल मे जाएं तो ज़बान को, काबू में रखें - पराया धन देखें तो लालच को, भूल जाएं - अपनी नेकियों को, भूल जाएं - दूसरों की गलतियों को, भूल जाएं - अतीत के कड़वे संस्मरणों को।
छोड दें - दूसरों को नीचा दिखाना, छोड़ दें - दूसरों की सफलता से जलना, छोड दें - दूसरों के धन की चाह रखना, छोड दें - दूसरों की चुगली करना, छोड दें - दूसरों की सफलता पर दुखी होना।
सोमवार, 25 मई 2015
जीवन की सच्चाई
शनिवार, 2 मई 2015
खुशियाँ बांटो खुशियाँ बढ़ाओ.....
एक किसान बहुत ही उम्दा किस्म का मक्का उगाता था! हर वर्ष उसकी उगाई हुई मक्का को राष्ट्रीय फसल मेला में पुरस्कृत किया जाता था! - एक साल एक रिपोर्टर उसका साक्षात्कार लेने, और यह जानने की उत्सुकता के साथ कि वह हर वर्ष ऐसा कैसे कर पता है , वहां आया! आसपास सबसे किसान के बारे में पूछने पर उसे पता चला की किसान हर वर्ष अपने पड़ोसियों को अपना अच्छी किस्म का मक्का का बीज निशुल्क बांटता है! रिपोर्टर किसान के पास गया और उससे पुछा ," आप अपने सभी पड़ोसियों को अच्छी किस्म का बीज निशुल्क क्यों बांटते हैं! इससे तो आपका कितना खर्च हो जाता होगा! किसान बोला : क्या आप नहीं जानते ? हवाएँ पके हुए मक्का के पराग कणो को उड़ा कर आसपास के खेतों में फैला देती हैं ! अगर मेरे पडोसी बेकार किस्म का मक्का बोयेंगे तो हर साल उनकी फसल से आये पराग कण मेरे खेतों में भी बिखरेंगे और क्रॉस पोलिनेशन के कारण साल दर साल मेरी फसल की गुणवत्ता गिरती चली जाएगी! इसलिए अगर मैं अच्छी मक्का उगाना चाहता हूँ तो मुझे मेरे पड़ोसियों को भी अच्छी मक्का उगने में मदद करनी होगी! वास्तव में हमारे जीवन की सच्चाई भी कुछ इसी प्रकार की है! अगर हम अच्छा और खुशहाल जीवन जीना चाहते हैं तो हमें हमसे जुड़े सभी लोगों को भी ऐसा करने के लिए प्रेरित करना चाहिए और उनकी सहायता करनी चाहिए! हमारे जीवन में ख़ुशी और शांति का स्थायी वास तभी हो सकता है जब हमसे जुड़े हुए लोग भी खुशहाल हों!