सोमवार, 25 मई 2015

जीवन की सच्चाई

जिस दिन हमारी मौत होती है, हमारा पैसा बैंक में ही रहा जाता है। जब हम जिंदा होते हैं तो हमें लगता है कि हमारे पास खर्च करने को पर्याप्त धन नहीं है। जब हम चले जाते हैं तब भी बहुत सा धन बिना खर्च हुए बच जाता है। अच्छे व स्वस्थ शरीर के लिये प्रयास करिए। मँहगे फ़ोन के 70% फंक्शन अनुपयोगी रहते है। मँहगी कार की 70% गति का उपयोग नहीं हो पाता। आलीशान मकानो का 70% हिस्सा खाली रहता है। पूरी अलमारी के 70% कपड़े पड़े रहते हैं। पूरी जिंदगी की कमाई का 70% दूसरो के उपयोग के लिए छूट जाता है। 70% गुणो का उपयोग नहीं हो पाता तो 30% का पूर्ण उपयोग कैसे हो । स्वस्थ होने पर भी निरंतर चैक अप कराएँ। प्यासे न होने पर भी अधिक पानी पिएँ। जब भी संभव हो, अपना अहं त्यागें ।  शक्तिशाली होने पर भी सरल रहेँ। धनी न होने पर भी परिपूर्ण रहें। बेहतर जीवन जिएँ।
काबू में रखें - प्रार्थना के वक़्त अपने दिल को, काबू में रखें - खाना खाते समय पेट को, काबू में रखें - किसी के घर जाएं तो आँखों को, काबू में रखें - महफ़िल मे जाएं तो ज़बान को, काबू में रखें - पराया धन देखें तो लालच को, भूल जाएं - अपनी नेकियों को, भूल जाएं - दूसरों की गलतियों को, भूल जाएं - अतीत के कड़वे संस्मरणों को।
छोड दें - दूसरों को नीचा दिखाना, छोड़ दें - दूसरों की सफलता से जलना, छोड दें - दूसरों के धन की चाह रखना, छोड दें - दूसरों की चुगली करना, छोड दें - दूसरों की सफलता पर दुखी होना।

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