निज भाषा उन्नति
SURENDRA KUMAR
सोमवार, 3 नवंबर 2014
बदहाल किसान
सुना है बहुत सारा अनाज खुले आसमान के नीचे सड़ता है। फिर क्यों एक भूखा , दाने-दाने को तरसता है? नेताओं की आँख का सावन इन मज़लूमों के लिए चुनाव के मौसम में ही क्यों बरसता है ? --- via #MMSSamvaad
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